पाकिस्तान में बढ़ा तनाव: तहरीक-ए-लब्बैक पर सरकार की बड़ी कार्रवाई, 170 से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में

पाकिस्तान में बढ़ा तनाव: तहरीक-ए-लब्बैक पर सरकार की बड़ी कार्रवाई, 170 से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में
इस्लामाबाद/लाहौर:
पाकिस्तान में आंतरिक सुरक्षा की स्थिति रविवार को अचानक और गंभीर होती नजर आई, जब सरकार ने कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (TLP) के खिलाफ एक व्यापक अभियान शुरू कर दिया। इस दौरान पंजाब प्रांत के विभिन्न इलाकों से कम से कम 170 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है।

सूत्रों के मुताबिक, सरकारी एजेंसियों ने इस्लामाबाद की ओर जाने वाले तमाम मुख्य मार्गों को सील कर दिया है, ताकि TLP के समर्थक राजधानी में प्रस्तावित अपने “निजात मार्च” को आयोजित न कर सकें। सुरक्षा बलों ने लाहौर, गुजरांवाला और फैसलाबाद समेत कई जिलों में तलाशी अभियान भी चलाया है।

सरकार का कहना है कि यह कार्रवाई “कानून-व्यवस्था बनाए रखने” और “राजधानी में अराजकता रोकने” के लिए की गई है। वहीं, TLP नेताओं ने इन गिरफ्तारियों को राजनीतिक दमन बताते हुए चेतावनी दी है कि यदि उनके कार्यकर्ताओं को जल्द रिहा नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
इस बीच, इस्लामाबाद और रावलपिंडी में इंटरनेट सेवाएं आंशिक रूप से बाधित रही हैं। पुलिस ने कई इलाकों में कंटेनर लगाकर रास्ते बंद कर दिए हैं, जिससे आम नागरिकों को यातायात जाम का सामना करना पड़ रहा है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि TLP पर यह कार्रवाई पाकिस्तान की आंतरिक स्थिरता की नई चुनौती बन सकती है, क्योंकि संगठन के देशभर में लाखों समर्थक हैं। यदि स्थिति को जल्द नहीं संभाला गया, तो देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन भड़क सकते हैं।